शुभलक्ष्मी योजना का नाम अब राजश्री
7400 की जगह 50 हजार रुपए मिलेंगे, एक जून से मिलेगा बढ़ा हुआ पैसा मुख्यमंत्री शुभलक्ष्मी योजना का नाम बदलकर राजश्री हो गया है। इसी के साथ ही इसमें लाभांवित राशि को भी बढ़ाया गया है। अब एक जून से शुभलक्ष्मी योजना के स्थान पर राजश्री योजना चलेगी। शुभलक्ष्मी योजना में पहले सरकार सरकारी अस्पतालों में जन्म लेने वाली बेटी को 2100 रुपए की आर्थिक सहायता मिलती थी। योजना के तहत समय-समय पर मां-बेटी को 7400 रुपए की आर्थिक सहायता देने का प्रावधान था। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने योजना का नाम बदलने के साथ-साथ आर्थिक सहायता भी 50 हजार रुपए कर दी है। 1 जून से इस योजना का लाभ जन्म लेने वाली बेटी को मिलेगा। बेटियों की शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार एक जून से राजश्री योजना शुरू करने जा रही है। इस योजना में उन बेटियों को शिक्षा के लिए 50 हजार रुपए दिए जाएंगे, जिनका जन्म सरकारी अस्पताल में हुआ है। यह राशि 12 वीं तक पढ़ाई पूरी करने तक मिलेगी।
50हजार रुपए अलग-अलग किश्तों में दिए जाने का प्रावधान है। सरकार योजना को भामाशाह से भी लिंक करेगी। सरकार की ओर से दी जाने वाली आर्थिक सहायता बेटी की मां के खाते में ही जमा होगी। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राजश्री योजना का लाभ सरकारी अस्पतालों में एक जून से जन्म लेने वाली बेटियों को मिलेगा।
जानिए, प्रसव के आंकड़े
-83.2 प्रतिशत प्रसव संस्थागत होते हैं जिले में
-57.02 प्रतिशत प्रसव होते हैं सरकारी अस्पतालों में
-26.3 प्रतिशत प्रसव होते है प्राइवेट अस्पतालों में
-16.2 प्रतिशत प्रसव होते हैं घरों पर
पहलेजन्मदिन पर मिलेंगे 2500 योजनाके तहत बालिका के जन्म के समय 2500 रुपए की आर्थिक सहायता मां को दी जाएगी। बालिका के पहले जन्मदिन पर 2500 रुपए की राशि मिलेगी। वहीं पहली कक्षा में प्रवेश लेने पर बालिका की माता के खाते में 4 हजार रुपए आएंगे। बेटी इसके बाद छठी कक्षा में प्रवेश लेगी तो फिर से सरकार उसकी मां के खाते में पांच हजार रुपए की आर्थिक सहायता देगी। 10 वीं में प्रवेश लेने पर ग्यारह हजार की और सहायता मिलेगी। यदि 12 वीं कक्षा पास कर लेती है तो एक मुश्त 25 हजार रुपए की सहायता देगी।
बदलेगा समाज का नजरिया शुभलक्ष्मी योजना का नाम और राशि दोनों को बदला गया है। राजश्री योजना में अब सरकारी अस्पतालों में बालिका जन्म होने पर 50 हजार रुपए मिलेंगे। 1 जून से यह योजना शुरू होगी।
7400 की जगह 50 हजार रुपए मिलेंगे, एक जून से मिलेगा बढ़ा हुआ पैसा मुख्यमंत्री शुभलक्ष्मी योजना का नाम बदलकर राजश्री हो गया है। इसी के साथ ही इसमें लाभांवित राशि को भी बढ़ाया गया है। अब एक जून से शुभलक्ष्मी योजना के स्थान पर राजश्री योजना चलेगी। शुभलक्ष्मी योजना में पहले सरकार सरकारी अस्पतालों में जन्म लेने वाली बेटी को 2100 रुपए की आर्थिक सहायता मिलती थी। योजना के तहत समय-समय पर मां-बेटी को 7400 रुपए की आर्थिक सहायता देने का प्रावधान था। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने योजना का नाम बदलने के साथ-साथ आर्थिक सहायता भी 50 हजार रुपए कर दी है। 1 जून से इस योजना का लाभ जन्म लेने वाली बेटी को मिलेगा। बेटियों की शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार एक जून से राजश्री योजना शुरू करने जा रही है। इस योजना में उन बेटियों को शिक्षा के लिए 50 हजार रुपए दिए जाएंगे, जिनका जन्म सरकारी अस्पताल में हुआ है। यह राशि 12 वीं तक पढ़ाई पूरी करने तक मिलेगी।
50हजार रुपए अलग-अलग किश्तों में दिए जाने का प्रावधान है। सरकार योजना को भामाशाह से भी लिंक करेगी। सरकार की ओर से दी जाने वाली आर्थिक सहायता बेटी की मां के खाते में ही जमा होगी। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राजश्री योजना का लाभ सरकारी अस्पतालों में एक जून से जन्म लेने वाली बेटियों को मिलेगा।
जानिए, प्रसव के आंकड़े
-83.2 प्रतिशत प्रसव संस्थागत होते हैं जिले में
-57.02 प्रतिशत प्रसव होते हैं सरकारी अस्पतालों में
-26.3 प्रतिशत प्रसव होते है प्राइवेट अस्पतालों में
-16.2 प्रतिशत प्रसव होते हैं घरों पर
पहलेजन्मदिन पर मिलेंगे 2500 योजनाके तहत बालिका के जन्म के समय 2500 रुपए की आर्थिक सहायता मां को दी जाएगी। बालिका के पहले जन्मदिन पर 2500 रुपए की राशि मिलेगी। वहीं पहली कक्षा में प्रवेश लेने पर बालिका की माता के खाते में 4 हजार रुपए आएंगे। बेटी इसके बाद छठी कक्षा में प्रवेश लेगी तो फिर से सरकार उसकी मां के खाते में पांच हजार रुपए की आर्थिक सहायता देगी। 10 वीं में प्रवेश लेने पर ग्यारह हजार की और सहायता मिलेगी। यदि 12 वीं कक्षा पास कर लेती है तो एक मुश्त 25 हजार रुपए की सहायता देगी।
बदलेगा समाज का नजरिया शुभलक्ष्मी योजना का नाम और राशि दोनों को बदला गया है। राजश्री योजना में अब सरकारी अस्पतालों में बालिका जन्म होने पर 50 हजार रुपए मिलेंगे। 1 जून से यह योजना शुरू होगी।
0 comments:
Post a Comment